नीतीश का क्या चाहता ह्रदय,
नैतिकता या मोदी की जय?
यह अभिनन्दन नूतन क्या है?
यह अभिनन्दन नूतन क्या है?
केशव! यह परिवर्तन क्या है?
फिर गया तुरंत जब राज्य मिला,
यह नीतीश बड़ा अवसरवादी निकला
प्रियतमा, उम्मीद है तुम खैरियत से होंगी। मैं आज भी तुम्हारे बैचेन और उदास हूं। और अपने बाते लम्हात याद कर रहा हूं। मैं यह तो नहीं ...
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