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शनिवार, 23 सितंबर 2017

अतीत की और

वह एक बार फिर इतिहास के उस गलियारे की तरफ पलट कर देख रहा
था, जिसे कि वह पीछे छो़ड आया था।
वह सोच रहा था कि क्या   यह वही रास्ता नही है जिसे वह पीछे छोड़ कर आया था! बेशक  यह  वही रास्ता है  जिसे हम पीछे छोड़ कर आए थे....तो फिर  क्या फायदा हुआ उस पुराने रास्ते को छोड़ कर...... क्या ऐसा नही है  कि.. जिस  रास्ते को हमने छोड़ा अगर हम उसे पकड़े रखते तो शायद इसके भी अभ्यस्त हो गए होते...
कुछ इसी तरह के विचार उसके मन में कौंध  रहे  थे । वह याद कर रहा था अपनी बीती यादो को.....कितनी  सुनहरी यादे थी .....कितना उज्जवल  अतीत था उसका , जिसे वह याद कर रहा था।
..लेकिन अतीत तो अतीत है....वह  मन को तड़पाता है ...याद आता है...पर लोट कर नही आता !
लेकिन वोह तो फिर भी बाज़िद था कि उसे अपना माज़ी वापस लाना है। पर क्या यह मुमकिन था !
शायद नही । बीता हुआ कल तो कभी भी किसी का वापस नही आता है...और लम्हा -लम्हा करके हर लम्हा अतीत का हिस्सा हो जाता है....
 #अतीत_की_और
 #फलक
#खम्श

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